शुक्रवार, 19 सितंबर 2008

मस्त कहानियाँ: प्रेम विवाह और परिधि

मस्त कहानीयाँ : 'यानी चित भी मेरी, पट भी मेरी। तुमको अच्छी तरह से मालूम है कि अपनी इच्छा से मैं अपनी नौकरी नहीं छोड़ना चाहती' आगे पढ़ें...

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