मंगलवार, 6 मई 2008

तेनालीराम: लालच की हार

राजा कृष्ण देवराय के मन में अपने बड़ों के लिए बहुत आदर था। माता-पिता को तो वह पूजता था। माता-पिता को भी अपने पुत्र से बहुत स्नेह था। उन्हें उस पर गर्व भी बहुत था।एक बार राजमाता बीमार पड़ गई। राजवैद्यों ने अच्छे से अच्छा इलाज किया। More at : http://lyrics.mywebdunia.com/2008/05/05/1209965912281.html