गुरुवार, 14 अगस्त 2008

कहानी: सत्य ने प्राण बचाये

करीबन एक हजार साल पहले शेख अब्दुल क़ादिर अल-जिलानी नाम के एक भारी सन्त पैदा हुए थे। जब वे केवल 8 वर्ष के थे, उन्होंने एक दिन एक गाय को यह कहते हुए सुना, ‘‘चरागाह के मैदान में यहाँ तुम क्या कर रहे हो? इसके लिए तुम्हें नहीं बनाया गया है।'' वह डरकर तुरन्त दौड़ता हुआ अपने घर चला गया और अपने घर की छत पर चढ़ गया। वहाँ से उन्होंने देखा कि भारी संख्या में लोग हजारों मील दूर मक्का के पास अरफात पहाड़ से हज करके लौट रहे हैं। आगे पड़े

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